हम सभी के पास कुछ खास लक्षण होता है जो हमे बाकी चीज़ों से अलग बनाते है ओर हमे दूसरों से भी अलग बनाता है। अच्छे लक्षण ओर बुरे लक्षण ये परिभाषित करते है की हमारे दूसरों के सामने क्या छवि बनाती है ओर हम कोन है। एक अच्छे लक्षणो से हमारे व्यक्तित्व विकास का पता चलता है।
हमे किस परिस्थिति मे किस तरह का बर्ताव करना चाहिए। हालाकी हमारे अंदर सभी गुण है जो एक अच्छे व्यक्तित्व विकास के लिए आवश्यक होते है। परंतु हमारे कुछ संवेदनशील व्यवहार के कारण हमे कही बार ऐसा लगता है की हम दूसरों से कम है। जिससे हमारे दिल ओर दिमाग मे नकारात्मक विचार आ जाते है जिससे हम लोगो से बात करने मे उनके सामने जाने मे कही बार विचार करने लग जाते है। जैसा की आप सभी के साथ होता है कुछ लोग किसी एक ऐसे इंसान को ज्यादा महत्व देते है जिसे देख के हमे लगता है की उसमे कोई बात है या भगवान ने उससे कुछ अलग ही बनाया है ओर हमारे मे कुछ कमिया रख दी है। उदाहरण के तोर पर आप खुद को ही देख सकते है। आपने देखा होगा के कुछ लड़के लड़कियो को अपनी ओर आकर्षित करते है बिना कुछ करे। कही बार जब आप इंटरव्यू के लिए जाते है तो वहा पर काम करने वालो को देख के लगता है की काश हम भी ऐसे बने होते ओर जल्दी से नोकरी मिल जाती। परंतु दोस्तो मे आपको ये बात बता दु की उनको ना ही भगवान ने फुर्सत मे बनाया है ना ही उनमे वो गुण है जो आपमे नही है। जब कभी आप अपने ही कुछ दोस्तो या रिस्तेदारों के बीच मे होते है ओर आपको वो ज्यादा पसंद करते है या आपको महत्व देते ओर दूसरों को कम महत्व देते है तो आपको कही बार ऐसा लगता है की आप मे कुछ तो बात है जो आपको सबसे अलग बनाती है ओर वही बात आपके व्यक्तित्व का एक हिस्सा है। चाहे आप बहुत मज़ाकिया हो, अच्छे जानकार हो, अच्छे परामर्श देने वाले हो, ऐसे कुछ चीज़ों के कारण आप सबसे अलग ही जाने जाते हो। क्यो के आपने उस गुण को पहचाना है ओर हर बार ओर जब भी लोगो के सामने प्रकट किया है तो लोगो ने आपको पसंद किया है। आपकी हर बार के प्रेक्टिस के वजह से आप ओर ज्यादा उस गुण के महारथी बन जाते है जिससे आपको लोग जानते है ओर आपका एक व्यक्तिव बन जाता है परंतु फिर भी आपको दूसरों को देख के कमी का अहसास होता है क्यूकी आपने सिर्फ आपके एक या दो गुण को लोगो तक पहुचाया है। एक इंसान मे सभी गुण को पहचाने के क्षमता होती है फिर भी नही वह नही पहचानता है। आज हम आपको कुछ ऐसे खास बातों ओर गुणो के बारे मे बताएगे जिससे आप कही भी अपने आप को एक अलग छवि देने वाला बना सकते है। जिनका उपयोग करके आप लोगो के बीच मे एक अलग ही पहचान बना लेगे। आइये जानते है कुछ खास बाते।

5 Tips For Personality Development | Best Motivational speech | New Life motivation
                            
Content :-
  1. अच्छे कपड़े पहनना 
  2. अपनी गलतियो ओर कमियो को स्वीकार करना
  3. दूसरे के काम की प्रशंसा करे 
  4. समय का पाबंद होना
  5. शारीरिक गतिविधियो को सही रखना
  6. मुस्कुरा कर मिले 
  7. अच्छा सुनने वाला बने
  8. मदद के लिए आगे रहे
  9. प्रतिदिन पढ़ना 
  10. वास्तविक बने रहे


1.अच्छे कपड़े पहनना :- एक अच्छे व्यक्तित्व विकास के लिए व्यक्ति के कपड़ो का महत्व देखा जाता है हालाकी एक इंसान से ज्यादा कपड़ो के कीमत नही होती है परंतु एक अच्छे व्यक्तित्व विकास मे इसका होना आवश्यक है। इसलिए आप ऑफिस, पार्टी, मीटिंग, इंटरव्यू या किसी से मिले के इरादे से जाते है तो आपका कपड़ो का सही पहनाव आवश्यक है।

कपड़ो का अच्छा होने का मतलब ये नही की आप पार्टी मे भी ऑफिस मे पहने जाने वाले कपड़े पहन ले उसके लिए आपको पार्टी के अनुसार कपड़े पहनने होगे। क्यूकी एक कारण भी ये हम अक्सर जब मिलते है तो साधारण कपड़ो मे मिलते है जब हम किसी महत्वपूर्ण काम मे जाते है तो उसके अनुसार कपड़े पहनते है जिससे सबको एक अलग ही रूप देखने को मिलता है ओर सब आपसे आगे चलकर मिलने के लिए आते है। क्यूकी उनके दिमाग मे आपकी अब अलग ही छवि बन चुकी होती है। 


2.अपनी गलतियो ओर कमियो को स्वीकार करना:- हम सभी जानते है की लोगो को तब अच्छा लगता है  जब हम उनकी बातों को सुनने। एक व्यक्ति हमेशा यही चाहता है की लोग उनकी बात का भी मान रखे। जरूरी नही होता की हर इंसान के पास जो भी ज्ञान होता है वो सही हो। कुछ ज्ञान आपके पास होता है कुछ दूसरों के पास होता है। जब इंसान कुछ पड़ता है या सुनता है तब उन्हे सही गलत बातों का पता चलता है इसलिए अगर जब आप कभी दूसरों के साथ या हो सके आप अपने से बड़ो के साथ बात कर रहे हो तो जो बाते आप को पता है गलत भी हो सकती है ओर दूसरे सही बता रहे हो इसलिए अगर आप कोई बात नही जानते हो तो आपको स्वीकार करना चाहिए के सामने वाला इंसान या व्यक्ति सही बोल रहा है जिससे सामने वाले व्यक्ति को अच्छा लगेगा के आप उसकी बातों को समझ रहे है ओर वह आपको हमेशा याद रखेगे। अगर आपने कोई काम गलत कर दिया हो तो हमे अपनी गलती को मान लेना चाइये ताकि हमारे सचेपन ओर ईमानदारी बनी रहे। लोगो को ईमानदार लोग ज्यादा पसंद होते है। क्यूकी अपनी गलती स्वीकार करना कोई छोटी बात नही होती। 

3.दूसरे के काम की प्रशंसा करे :- आप तो जानते है की अगर कोई आपकी प्रशंसा या तारीफ करने पर आप कितना खुश होते है जिस तरह आप खुश होते है उसी तरह दूसरों को भी अपनी प्रशंसा ओर तारीफ सुनना पसंद होता है। हालाकी कोई ये नही कहता की आप ऐसा करे परंतु किसी की प्रशंसा करने से लोगो को आप हमेशा याद रहते है।
तारीफ ओर प्रशंसा गाड़ी मे पेट्रोल भरवाने जेसा होता है। एक बात का हमेशा ध्यान रखना की किसी ज्यादा तारीफ ओर प्रशंसा भी नही करे नही तो लोग आपको चमचा समझने लगेगे। आपको तारीफ ओर प्रशंसा सामने वाले व्यक्ति की कुछ खास बातों पर ही करना चाहिए अगर आप खोजे तो कुछ न कुछ बात आपको मिल ही जाएगी जेसे उसके काम करने के तरीके हो, कपड़ो के बारे मे हो, या हो सके उसकी आवाज हो, या उनके पसंद करने का तरीका हो, कुछ ऐसी बातों का उपयोग करना चाहिए जिससे सामने वाले को भी लगे की उसमे भी कुछ बात है।  

4.समय का पाबंद होना:- आम ज़िंदगी हो या व्यस्त ज़िंदगी समय सबके लिए महत्व रखता है। अब हमे ही ले लो अगर कोई हमारा काम समय पर नही हो या हमे कोई चीज़ समय पर नही मिले तो कितना गुस्सा आता है। अगर वही चीज़ समय पर हो जाए तो हम कितना खुश होते है। अब ऑफिस मे काम करने वाला इंसान हो, या दुकान से समान लाने वाला हो अगर वह समय पर सभी चीज़ मिल जाती है तो हम उस इंसान को या दुकान को ही चुनते है। वह एक अच्छी छवि बना लेते है। उसी तरह आपको भी एक इंसान या ऑफिस या किसी से मिलना हो, तो आप सही समय पर जाना चाहिए। ताकि आपकी भी छवि अच्छी हो। एक अच्छे इंसान के तरह जिसे सब पूछते है। 

5.शारीरिक गतिविधियो को सही रखना :-
एक अच्छे व्यक्तित्व विकास मे बॉडी लेंग्वेज  (शारीरिक गतिविधियो) का होना जरूरी है ताकि आपके बात करने का तरीका, चलने का तरीका, लोगो से मिलने का तरीका सामने आए। एक अच्छे बॉडी लेंग्वेज का होना व्यक्तित्व विकास को महत्व देता है। चलो पता करते है केसे हमे अपनी बॉडी लेंग्वेज रखनी चाहिए। जब भी आप किसी के सामने बेठे हो या खड़े हो तो आराम के मुद्रा मे रहे। कठोर बनके भी नही रहना है। कमर को सीधा रखे ओर कंधो को आराम दे। किसी के साथ मीटिंग मे बेठे है तो पैरो को थोड़ा खोल के बेठे ताकि सामने वाले को आप सहज है खुद के साथ। आखों से आखों को मिला कर बात करे। जब मिले तो हाथ मिलाये। इस तरह से आप अपनी बॉडी लेंग्वेज सही रख सकते है। 

6.मुस्कुरा कर मिले :- जब आप अपने किसी पसंदीदा इंसान से मिलते है जेसे आपका दोस्त हो तब आप केसे मिलते है? एक मुस्कान के साथ ही मिलते है ना? जब कोई अपना या जान पहचान का सामने आ जाता है तब मुस्कुरा देते है ना? मुस्कुराना ये बताता है की आप सामने वाले को पसंद करते है। ओर यही चीज़ हम अपने  रिश्तो मे भी करते है। इसलिए जब भी किसी से मिले चाहे मीटिंग मे जा रहे हो या कोई पार्टी मे आपसे मिलने वाले सभी लोगो से मुस्कुरा के मिले इससे आपके ऊपर अच्छा प्रभाव पड़ता है। लोग आपसे मिलके खुश होंगे। देखा जाए तो हम अपने आप को ही देख लो कभी कभी हम दूसरों को देख के कुछ जवाब नही देते है या हम भूल जाते है। जबकि कुछ लोगो मे ये कुदरत की देन ही समज लो क्यूकी कुछ लोगो के चेहरे पर हमेशा मुस्कान ही रहती है। इससे ये ओर फाइदा है की लोगो को हम खुशी इंसान ही लगते है। इससे धीरे धीरे हम अंदर से भी खुश रहने लग जाते है। 



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7.अच्छा सुनने वाला बने :- आज कल के इस दुनिया मे सबको अपनी ही बातों की लगी रहती है। वो सिर्फ अपनी ही राम कथा गाते है ओर सामने वाले को पसंद भी होती है की कोई उसकी बातो सुनने।
सुनने का मतलब ये नही की आपने एक सवाल किया ओर फिर आप शुरू हो जाओ। आप सामने वाले को अच्छे से सुनने ओर पूरे मन के साथ सुनने ध्यान से सुने ताकि सामने वाले को ये लगे की आपको उसकी बातों मे मजा आ रहा है ओर सुन रहा है। जब सामने वाले की एक बात खत्म हो जाये तो उसने जो भी कहा उसमे से सवाल करे ताकि सामने को ये लगे की आपने सच मे सुना है। ओर वो आगे बाते करना पसंद करेगा। हम जब भी किसी के बातों को ध्यान से सुनते है तब हर बार जब भी उससे मोका मिलता है वह आपसे बात करना पसंद करेगा ओर सामने वाले के नजर मे आप एक अच्छे इंसान के तरह बने रहेगे। 

8.मदद के लिए आगे रहे :-
आपने देखा होगा की कुछ लोग किसी एक इंसान को लेकर कितनी बार तारीफ कर दिया करते है। ये सब सामने वाले के मदद ओर अच्छे व्यवहार के कारण होता है। किसी इंसान का नेचर ही ऐसा होता है की वो सबको मदद  की लिए पूछ लेता है। अगर कोई इंसान किसी वजह से परेशान होता है तो सामने वाला आगे चलकेर मदद की लिए पूछ लेता है। किसी की मदद करना ओर पूछना की आपको कोई मदद चाहिए? अक्सर ऐसे इंसान को दुनिया मे ज्यादा पसंद किया जाता है। उनका बिना किसी स्वार्थ के मदद करना अक्सर लोगो को पसंद आता है। ये न सोचे की इसमे आपका क्या  फायदा है। एक अच्छे व्यक्तित्व विकास मे मददगार होना जरूरी भी है। ऐसा भी नही है की आप अपना खुदका काम छोड़ कर लोगो को मदद के लिए पूछते रहे। समय आपने पर जब भी आपको लगे। आपको मदद करना चाहिए। 
9. प्रतिदिन पढ़ना :- अक्सर इंसान पढ़ता है क्यूकी हर बार ज्यादा ज्ञान प्राप्त करता है। जिससे उसके व्यक्तित्व विकास मे अजीब ही चमत्कार होता है। उसमे अपने आप परिवर्तन आने लगे जाते है।
उसमे इनती बातों को समझने के समता हो जाती है की कही बार उसके द्वारा दिया ज्ञान परामर्श भी बहुत अच्छा होता है।  हम धीरे धीरे अंदर से बदले हुए से लगते है। कितनी बात करनी है, कहा पर बोलना है अपने आप अंदर समझदार बनने लग जाते है। हमारे अंदर छिपी हुए डर को बाहर निकाल देता है। रोजाना पढ़ने से हमे ज़िंदगी की बातों का पता चलता है। अपने आप को समझने मे मदद मिलती है। नयी बातों का पता चलता है। सही फेसले लेने मे सक्षम होगे। 
10.वास्तविक बने रहे:- व्यक्तित्व विकास के दोरान यह एक महत्वपूर्ण बिन्दु है। आपने तो सुना ही होगा आप जेसे हो अच्छे हो। दिखावा करने से हम हमारी वास्तविकता को खत्म करने की कोशिश करते है।
ओर ये भी सुना होगा एक वास्तविक वस्तु की कीमत नकली ( कॉपी ) की कीमत से ज्यादा ही होती है। हमेशा ध्यान रहे की दिखावा ना करे जो है वेसे बने रहे। जो काम आप खुद बने रहकर कर सकते हो वो किसी ओर की तरह बनकर नही किया जा सकता। हम सभी जानते है की सबमे अपने-अपने गुण होते है। सबको एक शक्ति मिली होती है जो उसके लिए सबसे काम की होती है। उसे कोई नही चुरा सकता है। अपनी उस शक्ति को बनाए रखने ओर बढ़ाना चाइए। जहा तक हो सके लोगो से अच्छी बातों को अपनाने का प्रयास करना चाहिए न की उनकी नकल करने के कोशिश करनी चाहिए। 

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