बॉडी लैंग्वेज क्या है ?

सीधे शब्दों में कहें, तो बॉडी लैंग्वेज कम्युनिकेशन का अनस्पोक तत्व है जिसका इस्तेमाल हम अपनी सच्ची भावनाओं और भावनाओं को प्रकट करने के लिए करते हैं।
उदाहरण के लिए, हमारे हावभाव, चेहरे के भाव और मुद्रा। हमारे बॉडी लैंग्वेज से बिना कुछ कहे हम बहुत कुछ कह देते है । इसलिए बॉडी लैंग्वेज का सही होना आवश्यक है।


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आप सब ने देखा ही होगा आज कल लोग व्यवसाय हो या पार्टी या फिर किसी से मिलना हो तब सिर्फ अच्छे कपड़े पहनना ही काफी नही होता है। एक अच्छी बॉडी लैंग्वेज,बॉडी मूवमेंट का भी सही होना आवश्यक है। कई लोगों के लिए, बॉडी लैंग्वेज को संचार का सबसे महत्वपूर्ण पहलू माना जाता है क्योंकि यह संकेत भेजता है कि हम वास्तव में कैसा महसूस कर रहे हैं। अगर आप अच्छे से तैयार तो सकते है। नये कपड़े पहनना आसान है परंतु एक अच्छे बॉडी मूवमेंट रखना आसान नही होता है। आपने आप को एक ऐसे रूप मे ढालना जो हमने पहले कभी किया हे नही है। आप अपने शरीर के साथ कैसे संवाद करते हैं यह महत्वपूर्ण है क्योंकि अनुसंधान बताते हैं कि 60% से 90% संचार अशाब्दिक है। अक्सर बॉडी लैंग्वेज अंदर की बात को बिना बोले ही बता देता है। हमारी बॉडी लैंग्वेज हमारे अंदर की नकारात्मक ओर सकारात्मक भावनाओ को बाहर दिखा देता है। हमारी किसके लिए कितनी रुचि है या किस काम को सीखने के लिए हम कितना उत्साहित है। हमारी बॉडी लैंग्वेज बता ही देती है। आपने ने भी कभी महसूस किया होगा जब हमे किसी की बातों मे कोई मजा नही आता है या फिर बोर हो रहे हो या आपको उस काम मे कोई दिलचस्पी नही होती है तब आप अपनी बॉडी लैंग्वेज को बदले लेते हो जिससे सामने वालो को साफ पता चल जाता है की आपको उनकी बातों मे या काम मे कोई दिलचस्पी नही है। जेसे आप झूठी हसी बनाना, हाथ मे किसी चीज़ को लेकर खेलना, या अनदेखा करने की कोशिश करना।
चलो आपको कुछ तस्वीरे दिखाते है की किस तरह से एक इंसान अपनी बॉडी लैंग्वेज कर लेता है। नीचे हमने तस्वीरे लगा रखी है। ध्यान से देखे आपको क्या महसूस होता है?

नकारात्मक प्रभाव डालने वाली तस्वीरे :-
1.पहले नंबर वाली तस्वीर को देख कर ऐसा प्रतीत होता है जेसे एक व्यक्ति सामने वाले व्यक्ति से बात कर रहा है परंतु उस इंसान का उसमे कोई इन्टरेस्ट नही है ओर उससे नकारने की कोशिश कर रहा हो।

2.दूसरे नंबर वाली तस्वीर देख कर अब आपके दिमाग मे भी विचार आ चुका होगा की यह तस्वीर हमे क्या बता रही है। जी हा यह महिला नर्वस सी नजर आ रही है। अक्सर हम कोई इंटरव्यू मे जाते है तब हम कुछ इस तरह से नजर आते है।

3.तीसरे नंबर की तस्वीर भी कुछ नकारात्मक प्रभाव डालने वाली प्रतीत हो रही है। जेसा की अब आप काम से बोर हो चुके है या थक चुके हो । अब सामने वाले को भी लगने लग चुका होगा की आप उस की बातों से बहुत ज्यादा बोर हो चुके हो।

चलिये आइये हम आपको कुछ सकारात्मक बॉडी लैंग्वेज तस्वीरे दिखाते है :- 

1.जब कोई इंसान या व्यक्ति अगर सच मे उसे हमारी बात मे इन्टरेस्ट है तो वह पहले नंबर वाला एक नजारे जेसा प्रतीत होगा। सामने वाला व्यक्ति आपको बड़े ध्यान से ओर बड़ी उत्सुकता से सुननेगा। सुनने वाले व्यक्ति को यह बोलने के आवश्यकता ही नही पड़ेगी की मैं आपकी बातों से सहमत हु या मुजे आपकी बाते दिलचस्प लग रही है। उसकी बॉडी लैंग्वेज ही बता देती है। उसके अंदर की भावना क्या है।
2.ज्यादातर व्यक्ति जब किसी दूसरे व्यक्ति से मिलता है तो वह पूरी तरह से सक्रिय रहता है। जब सामने वाला व्यक्ति आकार मिलता है तो पूरी उत्सुकता ओर खुशी के साथ आपसे मिलता है उसके हाथ मिलने का तरीका कुछ दूसरे नंबर वाली तस्वीर की तरह लगती है।
 3.जब भी कोई इंसान या हमारा साथी या सामने वाला व्यक्ति जब हमसे कोई मजेदार विषय पर या कोई जानकारी वाली बात करता है तब हम उसकी आखों मे आखे मिलाकर बाते करते है। जिससे सामने वाले को बात समझ मे आ रही है या नही उसका पता चल जाता है ओर जब भी बात करता है तब उसके बात करने का तरीका कुछ तीसरे नंबर वाली तस्वीर के जेसा नजारा होता है।

सामान्य तौर पर, शरीर की भाषा हमारे अवचेतन मन द्वारा नियंत्रित होती है और हमेशा हम जो कह रहे हैं उसके अनुसार नहीं होती है। अवधारणात्मक व्यक्ति आपके शब्दों के साथ आप क्या कह रहे हैं और आपका शरीर अपनी गतिविधियों के साथ क्या कह रहा है और आप वास्तव में कैसा महसूस कर रहे हैं, इसके बीच अंतरों को उठा सकेंगे। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप अपने विचारों और विचारों को बता रहे हैं कि आप कैसे चाहते हैं

अपनी बॉडी लैंग्वेज, बॉडी मूवमेंट को सही करने के लिए कुछ अभ्यास करने चाइए जिससे आपकी एक अच्छी बॉडी लैंग्वेज, बॉडी मूवमेंट बन सके ओर आपकी शब्दो से मेल खा सके। नीचे समलित कुछ बॉडी मूवमेंट से आप अपनी सकारात्मक्ता को सही कर सकते है:

अपनी बॉडी लैंग्वेज को सकारात्मक रखने के लिए यह 7 बॉडी मूवमेंट आपकी मदद करेगी:-

1.हाथ मिलाना सबसे महत्वपूर्ण अशाब्दिक संचार संकेतों में से एक है क्योंकि यह पूरी बातचीत के लिए मूड सेट कर सकता है। हाथ मिलना एक फर्म हैंडशेक आपको तुरंत विश्वसनीयता देगा, जबकि एक कमजोर हैंडशेक आपको नाजुक दिखाई देगा। हालांकि दूसरे व्यक्ति के हाथ को कुचलने के लिए नहीं ख्याल रखें।

 2. हमारी बॉडी आराम दे चाहे आप खड़े हो या बैठे हो आपकी मुद्रा आरामदायक होनी चाहिए ताकि लगे आप पूरे सहज है आपको किसी प्रकार का कोई परेशानी नही है। अपनी कमर को सीधा रखे कठोर नही बने अन्यथा आपको थोड़ी ही देर मे आप असहज प्रतीत होगे।
3. सही से बैठे अगर आप किसी के साथ मीटिंग मे बैठे है तो अपने पैरो को थोड़ा अलग करके बैठे ताकि सामने वाले व्यक्ति के लगे की आप खुद के साथ सहज है।हाथो को फ़ोल्ड करके भी बैठ सकते है।
4.जब कोई व्यक्ति बात कर रहा हो तो थोड़ा झुकना चाहिए आपका झुकना यह दर्शाता है की आप दूसरे व्यक्ति की बातों को सक्रिय हो कर समझ रहे है कही बार आपका दूर से झुकना बिना बोले कहे जाना वाला शब्द है।

5.अपने हाथो से बात करना अपने हाथो से बात करने का मतलब लड़ाई करना नही है जब आप किसी व्यक्ति से बात कर रहे हो तो शब्दो पर ज़ोर देने के लिए हाथो का इशारो का उपयोग करे ताकि आप अधिक विश्वसनीय और आश्वस्त दिखाई दे। अपने हाथों से बात करना इशारों को अपनी बातचीत में शामिल करने का एक आसान तरीका है लेकिन सावधान रहें कि इसे डांस पार्टी न बनाएं।
6.आखों से आखे मिलाकर  बात करे अपना सिर ऊपर रखें और जिस व्यक्ति के साथ आप दोनों में बातचीत कर रहे हों, जब वे आपसे बात कर रहे हों और जब आप उनसे बात कर रहे हों, तो उन्हें देखें। उन्हें घूरने और पलक झपकते याद करने और कभी-कभार देखने की कोई जरूरत नहीं है। अच्छी आँख से संपर्क करने से दूसरों को पता चलता है कि आप बातचीत में रुचि रखते हैं।

7.बातों करते समय सकारात्मक स्थति दर्शाए आप सहानुभूति दिखा सकते हैं समझौते की सरल क्रियाओं के साथ जैसे अपना सिर हिलाते हुए या मुस्कुराते हुए। इन क्रियाओं से लोगों को पता चल जाता है कि आप उनकी तरफ हैं और आप उनकी दुर्दशा की पहचान कर सकते हैं। उपयुक्त होने पर आप हँसी का उपयोग भी कर सकते हैं।

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