भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कोच का संदेश, धौनी के साथ तो युद्ध पर भी जा सकता हूं, वो सबसे बेहतरीन कप्तान
भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने 16 साल लंबे इंटरनेशनल क्रिकेट करियर पर शनिवार को विराम देने का फैसला लिया। 23 दिसंबर 2004 को अपना करियर शुरू करने वाले धौनी ने 15 अगस्त 2020 को संन्यास की घोषणा कर दी। पूर्व कप्तान के साथ खेल चुके और बतौर कोचिंग स्टाफ काम करने वालों ने उनको शानदार करियर पर बधाई दी।
धौनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने साल 2007 में टी20 विश्व कप जीता था और फिर साल 2011 में वनडे विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया। 28 साल बाद भारत विश्व चैंपियन बना और इसमें धौनी की कप्तानी के साथ कोच गैरी कर्स्टन का बड़ा योदगान रहा।
विश्व कप जीतने के समय भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रहे गैरी कर्स्टन ने धौनी की तारीफ करते हुए कहा कि सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक के साथ काम करना उनके लिए सौभाग्य की बात है। कस्टर्न 2008 से 2011 तक भारतीय टीम के कोच रहे थे। यही वो साल थे जब धौनी और गैरी ने साथ में मिलकर विश्व कप क्रिकेट में अपना डंका बजाया। टीम इंडिया ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट टेस्ट, वनडे और फिर टी20 में भी धमाल मचाया।
52 साल के कर्स्टन ने ट्विटर पर कहा, "सबसे अच्छे कप्तानों में से एक के साथ काम करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। भारतीय क्रिकेट टीम के साथ कई शानदार यादें देने के लिए धन्यवाद एमएस (धौनी)।"
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व सलामी बल्लेबाज कर्स्टन ने अपने पहले के एक बयान को फिर से दोहराया, जिसमें उन्होनें कहा, "अगर मेरे साथ धौनी हों तो मुझे युद्ध में भी जाने में कोई परेशानी नहीं होगी।"
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